कैसे सरलता ब्यक्तित्व गठन का सुखद माध्यम..... Nilachal Tripathy 2:00 am Add Comment Edit ये एक सदियों पुरानी कहाबत है दोस्तों " घरको सुंदर घरनि और राज्यको सुंदर राणी।" इँहा ये समझना होगा कि घरनि या राणी शब्द की...
कभी भी निराश नहीं होना..... Nilachal Tripathy 7:53 pm Add Comment Edit ये तो हम सभीको पता है दोस्तों। सभी को पता कि " जबन है तो कर्म करना ही पड़ेगा। "जीबन में कर्मयोगी कैसे बनें... .?" इसी बारेमें...
"Do or die" एक बहादुर अबधारणा है..... Nilachal Tripathy 3:20 pm Add Comment Edit दोस्तों, जिबनकी गतिपथ को एक नदी के साथ जोड़ाजाता है। काफी हदतक ये सही भी बैठता है। जैसे एक नदी कभी भी सरल रेखा में गति नहीं करता, ठीक उसी...
एहेशास ज़िम्मेदारी की..... Nilachal Tripathy 9:00 pm Add Comment Edit परिबर्तन धरतिकी नियम है। इन्हाँ हर क्षण में परिबर्तन बनता है। इसी नियम की तेहत हर एक पार्थिब जिब और पदार्थ परिबर्तित होता मगर ये भी सत्य है...
अच्छा बनने के लिए जीना..... Nilachal Tripathy 1:37 am Add Comment Edit बात तो साफ़ और कौतूहल पूर्ण है दोस्तों की ये " जीबन नामक शब्द एक दम एक रेहस्यजनक शब्द है।" इसका गूढ़ रहस्य जाननेकेलिए कितनोने ...